जब तलक गुजरेगी गुजार लेंगे,
बाद उसके कंधों पे हमें यार लेंगे.
एक उम्र वो थी कि जादू में भी यक़ीन था,
एक उम्र ये है कि हक़ीक़त पर भी शक़ है....
सीने में दर्द और आँखों में तूफ़ान है इस मतलबी दुनिया में हर कोई परेशान है ... !
न लौटने की हिम्मत है न सोचने की फुर्सत
बहुत दूर निकल आए हैं हम जिंदगी से.
मत पूछो की किस तरह चल रही है ज़िन्दगी
मैं उस दौर से गुज़र रहा हूँ जो गुज़रता ही नहीं.
कुछ इस तरह सौदा किया वक्त ने मुझसे
तजुर्बे देकर वो मेरी मासूमियत ले गया
चलो अब बिखरने देते है जिंदगी को,
आखिर संभलने की भी एक हद होती है ||
ज़िन्दगी में ग़म है,
ग़म में दर्द है,
दर्द में मज़े है,
और मज़े में हम है..
एक उसूल पर गुजारी हैं जिंदगी मैंने..
जिसको अपना माना उसे कभी परखा नहीं ।