मैंने अपनी माँ को कभी चाकलेट, गुलाब और टेडी नहीं दिए फिर भी मेरी माँ मुझसे बहुत प्यार करती है।
वक्त नूर को बेनूर कर देता है, छोटे से जख्म को नासूर कर देता है, कौन चाहता है अपने से दूर होना, लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है !
वृद्धाश्रम में मां बाप को छोड़कर वो पलटा ही था की....
बाप ने आवाज़ देकर बुलाया...
बेटा अपने मन में किसी प्रकार का बोझ मत रखना..
तुझे पाने के लिए तीन बेटियो की भ्रूण हत्या की थी...
सजा तो मिलनी ही थी...
जिसके लफ़्ज़ों में हमे अपना अक्स मिलता है.. बड़े नसीब से ऐसा कोई शख़्स मिलता है...!!
रिश्ते खराब होने की एक वजह ये भी है,
कि लोग टूटना पसंद करते है पर झुकना नहीं...
कहाँ थे कहाँ है और कहाँ , तक गिरने की तैयारी है इंसानी रिश्तों में आख़िर , क्यूँ मंदी का दौर जारी है?
कुछ शिकायत बनी रहे रिश्तों में ठहराव के लिये....
बहुत चाशनी में डूबे रिश्ते वफादार नहीं होते
जब चलना नहीं आता था तब गिरने नहीं देते थे लोग जबसे संभाला है खुद को कदम कदम पर गिराने की सोचते हैं लोग
खुश किस्मत होती है वो बहन जिसके सर पर भाई का हाथ होता है लडना झगडना फिर प्यार से मनाना तभी तो इस रिश्ते में इत्ना प्यार होता है