उलझनें मीठी भी हो सकती हैं,
जलेबी इस की ज़िन्दा मिसाल है||
छोटी छोटी खुशियाँ ही तो
जीने का सहारा बनती है।
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ख्वाहिशों का क्या वो तो
पल पल बदलती है।
जब कमाई का हिसाब कोई पूछे..... ठोकरें जरूर गिनाया करो.
आज दिल की जेरोक्स निकलवाई..
सिर्फ बचपन वाली तस्वीरें ही रंगीन नज़र आई..
ख़ामोशी से भी नेक काम होते हैं ;
मैंने देखा है पेड़ों को छाँव देते हुए
गंदगी देखने वालों की नज़रों में होती है..
वरना कचरा चुनने वालों को तो..
उसमें भी रोटी नज़र आती है..
जो सफर की
शुरूआत करते है,
वो मंजिल को
पार करते है ,
एक बार चलने
का हौसला रखो,
मुसाफिरों का तो
रस्ते भी
इन्तेज़ार करते है
आदमी को अमीर नहीं होना चाहिए,
बल्कि आदमी का जमीर होना चाहिए ।।
एक खूबसूरत सोच :
मिलता तो बहुत कुछ है
इस ज़िन्दगी में,
बस हम गिनती उसी की करते है,
जो हासिल ना हो सका...