यही सबूत है मेरी शराफ़त का
के मेरे शहर में मुझे कोई जानता ही नही
कुछ इस तरह बुनेंगे अपनी तकदीर के धागे, अच्छे अच्छे को झुकना पडेंगा हमारे आगे।।।
शह और मात का, ये खेल भारी है ।
हौसले और किस्मत में,जंग जारी है।।
कुत्ते भोंकते है अपने जिंदा होने का एहसास दिलाने के लिए, मगऱ.. जंगल का सन्नाटा शेर की मौजूदगी बंयाँ करता है
अंदाज़ कुछ अलग ही हे
मेरे सोचने का ,
सब को मंज़िल का शौख हे,
मुझे रास्ते का ..।
हम तो नरम पत्तों की शाख हुआ करते थे... छीले इतना गए की खंजर हो गए
बचपन में देखा कि गर्मी ऊन में होती है।
स्कूल में पता चला गर्मी जून में होती है।
इधर पापा ने बताया कि गर्मी खून में होती है।
ज़िंदगी में बहुत धक्के खाये तब जाकर पता चला कि गर्मी ना तो खून में, ना जून में और ना ही ऊन में होती है,
गर्मी तो जुनून में होती है!
तख्तो-ताज कि चिंता बादशाहो को होती है..
हम तो फ़कीर है, अपनी रियासतें साथ में लेकर घूमते है..
तू मैसेज_रिप्लाई की बात करती हैं
में तो एग्जाम_में_भी
Question_सीन करके
छोड़ देता हूँ...